Almora Online | Explore Almora - Travel, Culture, People, BusinessAlmora Online | Explore Almora - Travel, Culture, People, Business
Aa
  • होम
  • अल्मोड़ा जनपद
    • इतिहास
    • दर्शनीय स्थल
    • फोन/ संपर्क
    • Culture
  • ब्लॉग
  • गैलरी
    • तस्वीरें
Reading: नंदा देवी कौतिक से नंदा देवी मेले तक
Share
Aa
Almora Online | Explore Almora - Travel, Culture, People, BusinessAlmora Online | Explore Almora - Travel, Culture, People, Business
  • होम
  • अल्मोड़ा जनपद
  • ब्लॉग
  • गैलरी
Search
  • होम
  • अल्मोड़ा जनपद
    • इतिहास
    • दर्शनीय स्थल
    • फोन/ संपर्क
    • Culture
  • ब्लॉग
  • गैलरी
    • तस्वीरें
Have an existing account? Sign In
Follow US
Nanda Devi Fair
AlmoraBlogContributors

नंदा देवी कौतिक से नंदा देवी मेले तक

Rajesh Budhalakoti
Last updated: 2020/04/12 at 4:57 PM
Rajesh Budhalakoti Published April 9, 2020
Share
SHARE

आहा झोड़ा गाते गाते गोल गोल घुमते स्त्री और पुरुष, हुडुके की थाप, एक दुसरे के कंधो पर हाथ, मानव शृंखला मदमस्त नून तेल लकड़ी के चक्करो सेे दूर नाचते गाते नंदा देवी के मेले में चार चाँद लगा देते थे। नंदादेवी मंदिर से पलटन बाजार जाने के रास्ते में सारी बाजार में यही रौनक रहती। कोइ ग्रुप फलसीमा का है तो कोई डीनापानी, तो कोई हवालबाग से ही गाते बजाते मेले में शामिल होने चले आ रहे है। मस्ती में चूर ये नजारा अल्मोड़ा में मेला शुरू होने से डोला उठने के दिन तक रहता।

कोई झोड़े, चाचरी में खोया है, कोइ खरीददारी कर रहा है, दही जलेबी का नाश्ता जगह जगह पर उपलब्ध है। स्त्रियां चूड़ी बिंदी से लेकर अनेको सौंदर्य प्रसाधनो पर टूटी जाती थी, बड़े भुटुवा कलेजी फिर बावन सीडी के पास भट्टी से गला तर करके आते और जुट जाते गाने बजाने में, कही कोई अभद्रता नहीं, हुड़दंग नहीं, मात्र तीन – चार सिपाहियों के जिम्मे पूरा मेला होता जो सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न हो जाता।

सफाई, उचित खान पान के इंतजाम को बाबूजी निरीक्षित करते थे, बाबूजी नगर पालिका के स्वच्छता एवं खाद्य निरीक्षक थे  सीमित साधनो में चौकस व्यवस्था रहती और मेला निपट जाने पर नगरपालिका एवम् जिले के अधिकारी माँ नंदा सुनंदा का धन्यवाद अदा करते। तब की साफ़ सफ़ाई की तारीफ जब बाबुजी के जमाने के बुजुर्ग अब भी करते है तो सर फ़क्र से ऊँचा हो जाता है। आज भी अल्मोडा मे हमारा अस्तित्व हमारे पिता के नाम से है।

चम्पानौला की हमारी टीम जिसमे कैजा जड़जा बुवा ईजा एवम् बच्चे मिला कर संख्या 25 के पार हो जाती, डोला उठने वाले दिन सुबह से ही सज धज कर कैजा ईजा बुवा के चारो ओर चक्कर लगाने लगते के जल्दी जल्दी चूला चोका हो और लाला बाजार जीवन दाज्यू की छत से डोले का आनंद लिया जाय एवम् जीवन दाज्यू की मिठाई की दुकान से आई जलेबी व माल पूवे का लुफ्त उठाया जाय। लाला बाजार की सारी छत वानखेड़े स्टेडियम की तरह सुबह से खचा खच भर भर जाती, खाने पीने के का स्टॉक रहता, बाजार नाच गा कर निकलने वाली टोलियों से भरा रहता, गांव वाले एक दुसरे का हाथ पकड़ बाजार में घुमते रहते, नई नवेली दुल्हन अपने पतियो का दामन थाम मेले का लुफ्त लेती और जवा लड़को की टोली नई नवेली दुल्हन के कुतूहल देख खुश होती। मेले में खोने के डर से एक दुसरे का हाथ पकडे सब उस जगह को तलाश रहे होते जहा से नंद देवी का डोला देखा जा सके।

शाम को 4 बजे माँ का डोला उठता और नंदा देवी के जयकारो से सारा अल्मोड़ा गुंजाय मान हो जाता, डोले के दर्शन कर एक हाथ में बाजा एक में गुब्बारा लेकर पो पो बाजा बजाते और आँखों पर लाल पीला पन्नी वाला चश्मा लगाए घर वापसी होती और इंतजार पुनः प्रारंभ हो जाता अगले साल के नंद देवी मेले का।

30 सालो से मौका नहीं मिला कौतिक में जाने का, जब हम बदल गए तो सब कुछ बदल गया होगा, सुना है पुलिस का खासा बंदोबस्त रहता है, जिले के सारे अधिकारी मेले की व्यवस्था में दिन रात एक कर देते है, बड़े बड़े स्टाल लगते है दिल्ली बॉम्बे के महगे उत्पाद बिकते है, बड़ा सा स्टेज लगाया जाता है बड़े – बड़े कलाकार पैसा लेकर कार्यक्रम करते है, वीआई पी पास मिलते है, बड़े – बड़े लोग दीप जला कार्यक्रम का आगाज करते है, बड़े लोग ही उन कार्यक्रमों का आनंद लेते है पर फलसीमा या हवाल बाग़ के भोले भाले गांव वालो का झोडा मस्ती से लाला बाजार में हुड़के की थाप पर नाचना दूर दूर तक कही दिखलाई नहीं देता। दही जलेबी के स्टाल कम, मोमो –  चाउमीन ज्यादा बिकने लगा है, छोटे झूलो की जगह बड़े बड़े बिजली के झूलो ने ले ली है और अब ये कौतिक नहीं एक आधुनिक मेला बन कर रह गया है जहा धार्मिक भावना कम मौज मस्ती का माहोल ज्यादा रहता है। ये सब सुनकर लगा कि अच्छा हुआ जो जाने का मौका नहीं मिला जाता और पुराने स्वरुप को नेस्नाबुत पाता तो ज्यादा दुःख होता।

TAGGED: Almora, champanaula, nanda devi fair, nandadevi
Rajesh Budhalakoti April 9, 2020
Share this Article
Facebook Twitter Email Print
Sher Da Hanuman
AlmoraContributorsStory

लाल बहादुर दाई उर्फ़ हनुमान…

यूँ तो दोस्तों हमारे आसपास होने वाले घटनाक्रमों के बीच कई बार ऐसा भी होता है कि जब कोई अंजान…

Sushil Tewari Sushil Tewari January 28, 2023
Ikbal bhai barbar almora
AlmoraContributorsStory

इकबाल नाई उर्फ़ बबाल भाई…

यूँ तो दोस्तों हमारे समाज में लम्बी- 2 फेंकने वालों बड़ा महत्तवपूर्ण स्थान रहा है और रहेगा.. हालाकि उन्होंने फेंकने…

Sushil Tewari Sushil Tewari December 18, 2022
Nandu Manager
AlmoraContributors

अल्मोड़ा में साह जी का त्रिशूल होटल और नंदू मैनेजर

नंदू मैनेजर... यूँ तो दोस्तों सच है कि इस दुनियाँ में बिना मेहनत मशक्कत के कुछ नहीं मिलता बावजूद इसके…

Sushil Tewari Sushil Tewari December 2, 2022
Almora to Chitai Trek
Almora

मैं आज 18 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा हूँ।

आज 30 नवम्बर को मैंने 17 वर्ष पूर्ण कर 18 वें वर्ष में प्रवेश किया। 2005 में मैंने आज ही…

AOL Desk AOL Desk November 30, 2022
Almora Story
AlmoraStory

अल्मोड़ा आकर एक परिवार की चमकने और डूबने की कहानी।

बादल... बेला… यों तो दोस्तों इस दुनिया में होने वाला हर लम्हा, हर चीज़ परिवर्तनशील है जो कि प्रकृति का…

Sushil Tewari Sushil Tewari November 28, 2022
Almora District Library
AlmoraAlmoraNewsUncategorized

अल्मोड़ा ज़िला लाइब्रेरी का नया स्वरूप पुस्तक प्रेमियों का दिल जीत लेगा!

शुक्रिया डी एम साहिबा... दोस्तों तकरीबन छह माह पहले जिलाधिकारी महोदया अल्मोड़ा द्वारा जो एक सराहनीय पहल राजकीय जिला पुस्तकालय…

Sushil Tewari Sushil Tewari November 22, 2022
almroa dashahra
AlmoraCultureUncategorized

दशहरा महोत्सव

हिमालय में अवस्थित अल्मोड़ा अत्यंत सुन्दर व सुरम्य पर्वतीय स्थलों में से एक है । यदि एक बार अल्मोड़ा के…

AOL Desk AOL Desk November 10, 2022
Almora

Almora Introuction

The charm of Almora does not lie in the overcrowded Mall. It lies in other places that include. Nanda Devi…

AOL Desk AOL Desk November 10, 2022
almora ka sher da
AlmoraContributorsStoryUncategorized

विशालकाय बकायन के पेड़ की डालें काटता हुआ शेरदा

हमारा शेरदा उर्फ़ शेरुवा.... यूँ तो दोस्तों अक्सर इतिहास,साहित्य अथवा सिनेमा आदि की दुनिया में कई बार हम ऐसे चरित्रों…

Sushil Tewari Sushil Tewari September 27, 2022
Hariya Pele
AlmoraUncategorized

अल्मोड़ा का पेले (हरिया), कभी फूटबाल का सितारा, अब कहाँ!

आज बात केवल एक खेल प्रतिभा की। हरिया पेले ... जो अल्मोड़ा में 90 के दशक का फूटबाल का जादूगर…

Sushil Tewari Sushil Tewari September 26, 2022

Follow US

Find US on Social Medias
Facebook Like
Youtube Subscribe
Popular
An evening at bright end
AlmoraContributorsStory

ब्राइट एन्ड की एक शाम

Anshuman Pant Anshuman Pant April 19, 2020
अल्मोड़ा से जागेश्वर यात्रा और मंदिर दर्शन
मैं हूँ इस पेड़ का गवाह नंबर एक
द्वाराहाट (कुमाऊँ का खजुराहो)
अल्मोड़ा आकर एक परिवार की चमकने और डूबने की कहानी।
- Advertisement -
Ad imageAd image

About

AlmoraOnline
Almora's Travel, Culture, Information, Pictures, Documentaries & Stories

Subscribe Us

On YouTube

2005 - 2023 AlmoraOnline.com All Rights Reserved. Designed by Mesh Creation

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?